• उमरिया - अन्नदाता की खुशहाली में ही देश की खुशहाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किसानों की समस्याओं के निराकरण खेती को लाभ का धंधा बनानें तथा कृषि हेतु अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में लगातार कार्य किया जा रहा है। प्रदेश का सिंचाई रकबा 45 लाख हे0 हो गया है। किसानों को बिना ब्याज खेती हेतु ऋण , किसान क्रेडिट कार्ड, समय पर रासायनिक उर्वरक एवं कीटनाषकों की उपलब्धता , अन्नदाता द्वारा पैदा किए गए खाद्यान्न के समर्थन मूल्य पर खरीदी , कृषि यंत्रों एवं सीमांत कृषकों को नलकूप खनन पर अनुदान , मछुआरों एवं पषु पालकों को क्रेडिट कार्ड की सुविधा , मत्स्य पालकों को तालाब बनानें , बीज पैदा करनें, मत्स्य विक्रय की व्यवस्था तथा पशु पालकों को आचार्य विद्या सागर योजना से ऋण एवं अनुदान , बकरी, बकरा पालन योजना तथा कुक्कुट पालन हेतु अनुदान प्रदान किया जा रहा है। मध्यप्रदेश के किसानों की मेहनत की बदौलत प्रदेश को लगातार कृषि कर्मण पुरस्कार मिल रहा है। अब मध्यप्रदेष की तुलना कृषि क्षेत्र में पंजाब जैसे कृषि अग्रणी राज्यों मे की जाती है। यह विचार प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद ज्ञान सिंह ने कृषि विभाग की आत्मा परियोजना के माध्यम से कृषि उपज मण्डी प्रांगण उमरिया में आयोजित एक दिवसीय किसान मेला में किसानों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर कलेक्टर डा कृष्ण देव त्रिपाठी, जिला पंचायत सदस्य मीना कैलाश सिंह, ओंकार सिंह, धनुषधारी सिंह, शंभूलाल खट्टर, कमलेश गुप्ता, धमेंद्र गुप्ता, मून सिंह, पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, उप संचालक कृषि रासिद खान, जिला आयुर्वेद अधिकारी आर के सिंह, जिला आपूर्ति अधिकारी बी एस परिहार, अनुराग शुक्ला सहित जिले भर से आए किसान तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे। कलेक्टर डा कृष्ण देव त्रिपाठी ने कहा कि शासन द्वारा खेती को लाभ का धंधा बनाने हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे है, जिसमें खेती की लागत को कम करके अधिक उत्पादन प्राप्त करना प्रमुख लक्ष्य है, इसके लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके साथ ही कृषि, उद्यानिकी एवं पषु पालन के क्षेत्र में लगातार नवाचार किए जा रहे है। खेती में यंत्रीकरण तथा जैविक खेती को बढ़ावा देकर कृषि लागत को कम करनें के प्रयास किए गए है। आपनें किसानों से लगातार कृषि क्षेत्र में हो रहे नवाचारों एवं अनुसंधानों से अवगत रहकर अधिक उत्पादन प्राप्त करनें की दिशा में कार्य करनें की अपील की। कार्यक्रम में पशु चिकित्सा विभाग , उद्यानिकी विभाग, ग्रामीण आजीविका मिषन, वन विभाग, खाद्य विभाग, मत्स्य पालन विभाग, आयुष विभाग के अधिकारियों द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का संचालन सेवा निवृत्त कृषि विस्तार अधिकारी श्री सिद्दकी ने किया। आभार उप संचालक कृषि रासिद खान ने किया।